राष्ट्रीय माध्यमिक शिक्षा अभियान, सहारनपुर द्वारा बच्चों के लिये एक ई- पत्रिका

Friday, February 22, 2013

अपने दांतों की देखभाल कैसे करें

अपने दाँतों को पहचानिये क्यूंकि दांत पूरी उम्र आपके स्वास्थय की रक्षा करते हैं



दाँत एवं मसूढे आपके स्वास्थ्य की पूरी कहानी बयान करते हैं – शुगर , दिल की बीमारी या आपको ओस्टियोपोरोसिस हो, दाँतो को देखकर बहुत कुछ बताया जा सकता है | अगर आप अपने दाँतो की अच्छे से देखभाल नहीं करते तो दाँतो एवं मसूडों में होने वाली बीमारियाँ आपके दाँतो को समय से पहले खत्म कर सकते हैं | कुछ बहुत ही साधारण से तरीकों से आपके दाँत आपके साथ बहुत लंबे समय तक रह सकते हैं |

 दाँतों की देखभाल करना जरूरी क्यों
हम सबके मुंह में हमेशा लाखों बैक्टीरिया रहते हैं जिनका कि एक ही लक्ष्य होता है कि किसी तरह से कोई कड़ी सतह मिल जाए तो उस पर जाकर चिपक जाएँ और फिर एक बड़ा समूह बना लें| यह प्रक्रिया साल के ३६५ दिन, और चौबीसों घंटे हमारे मुंह में होती रहती है | इस प्रक्रिया को रोका नहीं जा सकता क्योंकि ये बैक्टीरिया हमारे शरीर का एक हिस्सा हैं | जब ये बेक्टीरिया कड़ी सतह यानी हमारे दाँतो पर चिपकते हैं तो एक अदृश्य सतह, जिसको कि प्लेक कहते हैं, हमारे दांतों के चारों ओर बना देते हैं | आपने शायद सुबह को उठकर अपने दाँतो पर जीभ फिराते हुए कभी उस प्लेक को महसूस भी किया हो | दाँतो की देखभाल करने का मुख्य उद्देश्य ब्रश या फ्लोस की सहायता से इसी प्लेक को साफ़ करना होता है |


दाँतों को ब्रश करना
अपने दाँतो को दिन में कम से कम दो बार लगभग दो मिनट या इससे ज्यादा ब्रश करना चाहिए | ब्रश सभी दांतों के आगे पीछे सभी जगह करना चाहिए और जीभ को भी साफ़ रखना चाहिए | सोने से पहले ब्रश करना सबसे ज्यादा फायदेमंद रहता है | दिन में मुँह में रहने वाली राल भी हमारे दांतों को बचाती है जबकि रात में हमारा मुह सूखा रहता है और फंसा हुआ खाना उनको नुक्सान पहुंचाता है | अगर किसी कारण कभी आप रात में ब्रश न कर पाए तो आपको पानी से जोरदार कुल्ला जरूर करना चाहिए |

दाँतों को फ्लोस करना
हमारे दाँतो की सभी सतहो तक ब्रश नहीं पहुँच पाता | दो दांतों के बाच की जगह में फंसा खाना दांतों को बहुत ही नुक्सान पहुंचाता है इसको निकालने के लिए बहुत ही पतले धागे का इस्तेमाल किया जाता है जिसको फ्लोस करना कहते हैं | पुराने ज़माने में लोग खाना खाने के बाद दांत को कुरेदना अच्छा मानते थे | ऐसा करना दांतों के साथ मसूडो को भी बहुत फायदा पहुंचाता है |

जीभ को साफ़ रखे
मुँह को स्वस्थ रखने के लिए जीभ को साफ़ करना भी उसी तरह जरूरी है जैसे दाँतो को साफ़ करना जबकि हम अक्सर जीभ की तरफ ध्यान नहीं देते | मुँह में बदबू, मसूडों या जीभ पर जमी मैल के कारण ही होती है | आपकी साफ़ जीभ आपके दाँतो और मसूडो को तो स्वस्थ रखती ही है साथ ही साथ ये आपकी साँस को भी ताजगी प्रदान करती है |

अपने खाने को ध्यान पूर्वक चुने
स्नैकस खाने से जितना बच सकें बचना चाहिए क्यूंकि स्नैक्स में प्रयुक्त मसाले बहुत जल्दी ही दांतों में प्लेक को बनने  में मदद करते हैं जिससे जल्दी ही दाँतो में कैविटी हो जाती है |
चॉकलेट खाने से बचना चाहिए | चीज़ और दूध स्वस्थ दांतों के लिए अच्छे होते हैं | मीठा कम खाना चाहिए | हरी सब्जियाँ खानी चाहियें | सोडा या जूस के स्थान पर पानी पीना चाहिए क्योंकि फलों के जूस में भी एसिड्स और शुगर होते हैं जोकि दांतों को नुक्सान पहुंचाते हैं |
प्रस्तुति : पी सिन्हा , क्रेजी ग्रीन 

0 comments:

Post a Comment

Theme images by dem10. Powered by Blogger.

© 2011 तरुणोदय, AllRightsReserved.

Designed by प्राइमरी का मास्टर